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तुमसे मिलने की दुआ करूं या देखने की दुआ करूं
तुमको भूलने की दुआ करूं या चाहने की दुआ करूं
तुमसे बिछड़ने की दुआ करूं या साथ रहने की दुआ करूं
थक चुका हूं इन बातों से तुम्हीं बताओं कि मैं क्या करूं
रह नहीं गया हैं कोई भी बात अब तुमको बताने को
ज़माना ही नहीं तुम भी उतर आए हों हमें सताने को
समझें न कोई हमारा हाल बस आते हैं समझाने को
एक तेरा ही आसरा था तुम्हीं बताओं कि मैं क्या करूं
रांझा ढूंढ रहा हैं हीर को तस्वीर लिए
तुम किधर छुपी हों मेरी तक़दीर लिए
उजड़े चमन में आया हूं गुलज़ार लिए
सदियों से ख़त का तेरे इंतज़ार मुझे
अब तुम्हीं बताओं कि मैं क्या करूं
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