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यूं तो बहुत आम सी बात हैं
मगर फिर भी कह देता हूं कि
तुम होते तो अच्छा होता
यूं तो मीलों दूर हूं तुमसे मैं
मगर क्यूं तुम काग़ज़ पर हो मेरे
यूं तो ख़ास हैं ये काग़ज़ भी
मगर फिर भी लिख देता हूं
तुम होते तो अच्छा होता
यूं तो काफ़ी हैं ये ख़्याल भी मुझको
कि सुन रही हो तुम मेरा ख़्याल अभी
यूं तो ख़ास हैं इस ख़्याल का हर एहसास
मगर फिर भी कह देता हूं
तुम होते तो अच्छा होता
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