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ठुकराने के बाद भी उसके पास जाते हैं
हम नाराज़ होते है फिर भी उसे मनाते हैं
हम ऐसे ज़िंदगी से बेज़ार हुए शख़्स है
जो मरने की ख़बर भी हंस के सुनाते हैं
वो भी अपनी ज़िंदगी से उकता गया है
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