Share0 Bookmarks 47843 Reads1 Likes
तुम्हारी हर एक बात पर एतबार करता हूं मैं
हां अभी भी सिर्फ़ तुमसे प्यार करता हूं मैं
तुम मेरे मुक़द्दर में नहीं कि मिलो मुझे
अपनी सफ़ीना के तहरीर में साथ लिखता हूं मैं
अपने उल्फ़त के किस्सों से निकला नहीं हूं मैं,
तुम गुज़र गए हो लेकिन अभी भी वहीं हूं मैं..
मै
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments