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ख़्वाहिश अपनी कि ज़न्नत से बढ़कर वतन कर दें
कुछ भी मत दे मिरे हवाले तिरंगे का क़फ़न कर दें
हमेशा शान से बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा
इसके लिए हम सभी अपनी जान भी कुर्बान कर दें
सब मिटाकर दिलों के नफरतें और भेद भाव को हम
आओ मिलकर हम सभ
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