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दिन का नहीं पता हम से रातों के बारे में पूछिए
सबके बारे में तो नहीं पता उस के बारे में पूछिए
इन्हीं बे-मिसाल ऑंखों ने मेरे सारे ख़्वाब छीने हैं
उसके बदन का नहीं पता ऑंखों के बारे में पूछिए
जब जब तेरे शहर गया में कई चेहरे पास से गुज़रे
सभी चेहरे याद नहीं उनके चेहरे के बारे में पूछिए
ऐसे तो कई मौसम गुज़रे हमको बस एक याद हैं
और मौसमों क
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