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मैं ठहरा हुआ हूं और दिल सफ़र में हैं
कुछ अनचाहे से लोग मेरे घर में हैं..
मैं तेरे शहर से हो के लौट आया हूं मगर
अभी भी मेरा दिल तेरे ही शहर में हैं..
मुझे जो खो दे उस को दुबारा नहीं मिलता
कि अभी भी मैं उसका हूं वो किस भ्रम में हैं..
मैं
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