एक चाँद की तलाश है's image
Love PoetryPoetry1 min read

एक चाँद की तलाश है

LonelyMusafirLonelyMusafir March 22, 2022
Share1 Bookmarks 44424 Reads1 Likes

दर्द के सियाह में, कुछ ख्वाहिशों की लाश है।

ग़म मिटाने के लिए, एक चाँद की तलाश है।


वो चेहरे बैठे ढांक के, था जिनसे मेरा वासता।

हो सच में एक सहारा जो, उस शख्स की तलाश है।


वो जिसका होने से मुझे, होने का गुमान हो।

वो हमसफर वो अहल-ए-दिल, उस साथ की तलाश है। 


मैं जानता नहीं मुझे, मैं खुद हूँ खुद से अजनबी।

वजूद में खुदी के अब, खुद की भी तलाश है। 


No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts