
Share0 Bookmarks 120 Reads0 Likes
चुन लिया जबसे ठिकाना दिल का
खूब मौसम है सुहाना दिल का
सांस लेना भी हो गया मुश्किल
खेल समझे थे लगाना दिल का
कैसे करते न नाम पर तेरे
मुस्कुराहट है या बयाना दिल का
थक गई है उनींदे रस्तों से
नींद को दे दो न शाना दिल का
भूल जाओ नदीश अब ख़ुद को
इश्क़ है रोग पुराना दिल का
#लोकेशनदीश
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments