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कवि एक मन एक.. भावनाएँ अनेक.. कभी आसमानी नीला में .. विलीन होने वाली उड़ान.. कभी बरसात के मौसम सा.. गरजता-बरसता बादल.. कभी निच्छल रूंप में.. बहती नदी... कभी समुद्र की.. उफनती लहर सा हृदय.. कभी बेल की तरह.. हरा
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