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खिड़की जो घर में होती जरूर है , लेकिन समझ कुछ बातें हैं उसकी जरूरत।
प्रकृति खिड़की के द्वारा घर में प्रवेश करती है कभी ताजा हवा , तो कभी सूरज की किरणें घर में लाती हैं , तो कभी बारिश की बूंदे आदि। ऐसे ही बाहर के कई ऋतुओं से हमें जोड़ती है।
खिड़की वह वस्तु है ,
जो जिंदगी जीने का राग सिखा देती है।
मनुष्य को हमेशा अपने दिमाग को खोलकर रखने की जरूरत है, परंतु उसी खिड़की को बंद करने की जरूरत भी आती है । अगर खिड़की खोल कर रखे तो बाहर की धूल मिट्टी घर में आ सकती है जो आप को बीमार कर सकती है ,ठीक वैसे ही दिमाग भी हमेशा खोल कर रखने से बाहर की नकारात्मकता आपको प्रभावित करके आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकती है।
आज खिड़की को खोलने का मन किया ,देखूं ज़रा खिड़की के उस पार क्या है ? जिंदगी के रोज के काम करते-करते मन ऊब-सा गया।खिड़की खोली तो पता
प्रकृति खिड़की के द्वारा घर में प्रवेश करती है कभी ताजा हवा , तो कभी सूरज की किरणें घर में लाती हैं , तो कभी बारिश की बूंदे आदि। ऐसे ही बाहर के कई ऋतुओं से हमें जोड़ती है।
खिड़की वह वस्तु है ,
जो जिंदगी जीने का राग सिखा देती है।
मनुष्य को हमेशा अपने दिमाग को खोलकर रखने की जरूरत है, परंतु उसी खिड़की को बंद करने की जरूरत भी आती है । अगर खिड़की खोल कर रखे तो बाहर की धूल मिट्टी घर में आ सकती है जो आप को बीमार कर सकती है ,ठीक वैसे ही दिमाग भी हमेशा खोल कर रखने से बाहर की नकारात्मकता आपको प्रभावित करके आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकती है।
आज खिड़की को खोलने का मन किया ,देखूं ज़रा खिड़की के उस पार क्या है ? जिंदगी के रोज के काम करते-करते मन ऊब-सा गया।खिड़की खोली तो पता
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