“तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें”'s image
Poetry2 min read

“तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें”

Lalit SarswatLalit Sarswat November 28, 2022
Share0 Bookmarks 33616 Reads0 Likes

तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें


रज़ा ग़र हो तेरीअता हम करेगें

हर पल नज़राना पेश करेगें

इश्क़ को भी पशेमान करेगें

तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें। 


चाहे रखना हमें चिलमन में अपने

या छुपा लेना दामन में

गिरफ़्तार कर ही लेना बाहों में

ख़िदमत में तेरी खुद को रखेगें

तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें।


नज़रबंद रखना या आज़ाद मुझे

तासीर बस तेरी हम रखेगें

डोर एक दिल से जोड़ देंगें

उलझनें कभी आने ना देंगें

तुमसे इतनी मोहब्बत करेगें। 


रास्तों पर पैर तुम्हें रखने ना देंगें

ख़ुद को ग़लीचा बना देंगें

रख दरमियाँ मेरी रूह का पर्दा

शम्स को तुम्हें छूने ना

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts