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मनुष्य रहते मोह का त्याग ,
कहाँ हो पाता
अंत काल में भी मोह ,
मोक्ष का सताता
पर इस परममोक्ष क
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अंत काल में भी मोह ,
मोक्ष का सताता
पर इस परममोक्ष क
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