Share0 Bookmarks 49430 Reads0 Likes
मूक बोल सकतें ,
बधिर सुन सकतें ,
नेत्रविहीन देख सकतें ,
हाँ सच कह रही हूँ
हर असंभव को संभव
&n
बधिर सुन सकतें ,
नेत्रविहीन देख सकतें ,
हाँ सच कह रही हूँ
हर असंभव को संभव
&n
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments