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मैं ठहरा सा शांत मुसाफिर

Kuldeep DixitKuldeep Dixit May 28, 2022
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मैं ठहरा सा शांत मुसाफिर,
तुम शिमला की कोई शान हो 'प्रिये'

मैं तालाब का कोई छोटा तैराकी,
तुम गंगा का घाट हो 'प्रिये

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