मैं ठहरा सा शांत मुसाफिर's image
Poetry1 min read

मैं ठहरा सा शांत मुसाफिर

Kuldeep DixitKuldeep Dixit May 28, 2022
Share0 Bookmarks 43261 Reads0 Likes

मैं ठहरा सा शांत मुसाफिर,
तुम शिमला की कोई शान हो 'प्रिये'

मैं तालाब का कोई छोटा तैराकी,
तुम गंगा का घाट हो 'प्रिये

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts