
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
रखना लगा के सीने से मोहम्मद की दवा
ये वो मरती हुई सांसे थी जिन्हें दम है मिला
बना के आक्सीजन खुदा ने भेजी है दावा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
टूटता ही जा रहा है लोगो का भ्रम
होती जा रही है हर तरफ़ जहन्नम ही जहन्नम
हर तरफ़ है सिर्फ़ मौतों का पहरा
भुला दो सब नफरतों को और कर लो तौबा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
या खुदा एक नज़र डाल के हालात को बेहतर कर दे
तू जो चाहे तो सभी को शिफ़ा अता कर दे
हो गए हैं हम सब बेबस दे अपने दर की दवा
एक नजर डाल के ख़त्म कर दे ये सारी की सारी वबा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
हम सब की है गलतियां जो तुझे समझा ही नहीं
तेरे बनाए रास्ते पर हम सब चले ही नहीं
आज जब घिरे बलाओं से तब तू याद आया
या खुदा दे शिफ़ा हम सब को यही है दुआ
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
हर तरफ़ जनाजे ही जनाजे नजर आती हैं
हर तरफ़ से सांसे टूटने की खबर आती हैं
अहले दुनिया ने समझा ही नहीं या खुदा
हम गुनाह गारों को कुछ तो शिफ़ा दे या खुदा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
अब कुछ तो रहम की एक नज़र डाल दें
हम सब के लिए तो कोई नशिर -ए -सिम्त निकाल दे
टूटते जा रहे हैं सभी शाखो से पत्तो की तरह यहां
अब तू ही बता हम सब तेरे दर से उठ कर जाए कहां
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
देखा ही नहीं जाता ये जनाज़ों की कतारें
ये जो जल रही है लाशों की उठती हुई चिंगारे
सूखता ही जा रहा है आंसुओ का ये काफिला
अब तू ही खुदा बता कितना रखे लोगो के बीच में फासला
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
हम ढूंढे कहां अपनों को इस लोगो के बीच में
कोई शिनाख्त ही नहीं बचा हैं इन जनाज़ों के बीच में
अब तो कोई रास्ता ही नहीं बचा है तेरे दर के सिवा
या अल्लाह कोई सुनता भी नहीं है तेरे सिवा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा
आई है शिफ़ा बन के मदीने की हवा..
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