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तुम्हारी याद आती है, तुम्हारी याद आती है |
जीना याद के बिन तुम्हारी याद आती है | |
नहीं है चाँद में भी नूर, फूलों में नहीं खुशबू |
जो जीने ना दे वो खुशबू, तुम्हारी याद आती है ||
भरी महफ़िल लगे सूनी, सूनापन है चिल्लाता |
क्या यह प्यार ही है, जो तुम्हारी याद आती है ||
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