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बुरे वक्त में जो तेरा साथ न दें
वो कैसा दोस्त हैं तेरा
अच्छे में अच्छा सही
बुरे में बुरा बने
वो कैसा दोस्त हैं तेरा
जानते हुए सब निभाएं काम तेरे
मुझे उजाड़ने से पहले सोचता मेरा
जानकर भी अनजान सा कर दिया तूने
किस शौकत से कहता था दोस्त हैं मेरा
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