
Share0 Bookmarks 80 Reads1 Likes
नवम्बर की रेशमी धूप
खिड़की से आकर
मेरे झुमके से छनती हुई
हर सू बिखर गई है
और ये बाद-ए-सबा
सर्द मौसम के आमद का
पैग़ाम लिए आई है
नवम्बर की भीगी सी महक<
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments