उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी's image
Love PoetryPoetry1 min read

उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी

Khalid NadeemKhalid Nadeem May 6, 2022
Share0 Bookmarks 45483 Reads0 Likes

उसने कोई बात समझाई ना थी

अक़्ल मुझको इस लिए आई ना थी


फासला तो कर दिया हालात ने

उसके मेरे दरमियाँ खाई ना थी


नकहतें क्यों हैं फज़ा में इस क़दर

आपने जब ज़ुल्फ लहराई ना थी


दिल बहुत बेचैन था बेताब था

याद-ए-जानाँ जब तलक आई ना थी


No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts