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एक मुस्कान की आशा थी,
वो घायल एक अंजान थी
वक्त ने हर बार संभाला उसको,
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एक मुस्कान की आशा थी,
वो घायल एक अंजान थी
वक्त ने हर बार संभाला उसको,
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