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राम सुंदरता तुम्हारी क्या कहूं। खो के सुध बुध बस तुम्ही में ही रहूं।। जो भी देखा आज तक सब व्यर्थ है। इक तुम्हारा रूप ही बस सत्य है।।
April 24, 2023Share0 Bookmarks 48179 Reads1 Likes
राम सुंदरता तुम्हारी क्या कहूं।
खो के सुध बुध बस तुम्ही में ही रहूं।।
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