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लोकप्रिय कथाकार शशिभूषण द्विवेदी के आकस्मिक निधन से साहित्य जगत में शोक फैला हुआ है. शशिभूषण द्विवेदी ने एक बूढ़े की मौत', 'कहीं कुछ नहीं', 'खेल', 'खिड़की', 'छुट्टी का दिन' और 'ब्रह्महत्या' जैसी कहानियों से हिंदी कथा साहित्य को समृद्ध किया है. शशिभूषण द्विवेदी जी के पारिवारिक मित्र और युवा कवि अविनाश मिश्र ने मीडिया के साथ जानकारी साझा करते हुए बताया कि करीब शाम छह बजे 45 वर्षीय शशि जी का निधन हृदय गति रुक जाने के कारण हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शशि पूरी तरह
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