देखो ! हम 'र' को 'ड़' बोलेंगे पर तुम इसे हमरी लाचारी मत समझना (साहिल कुमार)

इन दिनों नालंदा के साहिल कुमार की कविता 'जागीर' सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में 20-22 साल का लड़का लोगों को 'बिहार' पर लिखी अपनी कविता सुना रहा है। साहिल अपनी कविता के जरिए लोगों को बिहार के बारे में बता रहा है। यह कविता खुद साहिल ने लिखी है। हालांकि वीडियो काफी पुराना बताया जा रहा है, यह भी बताया जा रहा है कि- कविता उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में लिखी। इन दिनों अचानक फिर से सोशल मीडिया में वह कविता तेज़ी से वायरल हो रही है।
साहिल नालंदा जिला के यारपुर गांव का रहने वाले हैं। माता पिता दिल्ली में जाकर बस गए। साहिल कुमार का जन्म दिल्ली में ही हुआ, स्कूली पढ़ाई भी दिल्ली में हुई। इसके बाद दिल्ली के रामजस कॉलेज में आगे की पढ़ाई पूरी की है। आईएएस अवनीश शरण समेत कई लोगों ने ट्विटर पर बिहारियों पर लिखी गई इस कविता को शेयर किया है। नालंदा से ताल्लुक रखने वाले साहिल कुमार ने करीब एक साल पहले यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया था। बिहार से जुड़े कई लोग अब इसे शेयर करते हुए तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों ने बिहारी होने पर गर्व की बात भी कही है। साहिल ने बड़े ही सहज और सरल शब्दों में बिहारियों, बाटी-चोखा, राज्य से निकली हस्तियों की बात समझाई है। वह शुरू में ही कहते हैं कि आज मैं आईएएस की बात नहीं करूंगा। गणित को तो छोड़ दो, ना ये कहूंगा कि कितने ऊंचे पदों पर हमारी हिस्सेदारी है। बस कोशिश करूंगा तुमको ये समझाने की, कि होता कौन एक बिहारी है। जो कविता वायरल हो रही है, उसकी कुछ पंक्तियां देखिए-
देखो ! हम 'र' को 'ड़' बोलेंगे
पर तुम इसे हमरी लाचारी मत समझना
बिहार के हैं हम पर हमको बिहारी मत कहना
क्योंकि समाज में ऐसा फैला बदहाली
बिहारी होना हो गया है गाली
जानते हो ऐसा हम काहें कह रहे हैं
क्योंकि हम बिहारी होने का जिल्लत सह रहे हैं
और अगर ये कोई समस्या है तो
इसका कोई निवारण नहीं हैं
तुम्हें हो बस इसका कोई दूजा कारण नहीं हैं
क्योंकि तुम्हीं हर बार इसंसानियत को क्षेत्रियता
के तराजू में तौलते हो
माॅम- डैड बिहार से थे
आई ऐम फ्राम डेल्ही बोलते हो।
sahil kumar poet Youtube video "jaghir"
https://youtu.be/aivW3xldvwA
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