इतना आसान कहां हैं इस जहां में रहना जिंदा..!!'s image
Poetry1 min read

इतना आसान कहां हैं इस जहां में रहना जिंदा..!!

कविराजकविराज January 24, 2023
Share0 Bookmarks 48138 Reads1 Likes

एक एक तिनका ज़ोर कर आशियाना बनाता हैं परिंदा |
इतना आसान कहां हैं इस जहां में रहना जिंदा ||

सच बोलों तो गर्दन पर लटका दिए जाते हैं फांसी का फंदा |
झूठो के शहर में भला कहां चलता है सच का धंधा ||

बोझ ढोते ढोते कहां तकता है किसानों का कंधा |
नेता खुद को रोक नहीं पाता फसल पर करना धंधा ||

कहीं कोई आ कर टकरा न जाए लैंप लें कर घर से निकलना है अंधा |
समय समय पर जाती धर्म के नाम पर नेता करवातें रहता है जगह जगह पर दंगा ||

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts