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मुझे एक ख्वाब ने लूटा
चमकते चाँद ने लूटा
तरसते आँख मे पानी
निगाहें कह रही कहानी
जो मन से रूबरू होते है
उन्हीं के याद ने लूटा
सहारे हम तुम्हारे यूँ बहते है
किनारे हम तुम्हारे यूँ ठहरते है
कि काँधे पर तुम्हारा हाथ हर पल हो
तुम्हारा साथ हर पल हो
कि जो पलकों पे सँवरते हैं
उन्हीं हमयार ने लूटा
जो कुछ भी हम तुमसे है
मुकद्दर की जरूरत है
वफा इस चाह का जो है
यही हमजाँ हकीकत है
कि जिसने वक्त माँगा था
उन्हीं के इंतजार ने लूटा ...।।
चमकते चाँद ने लूटा
तरसते आँख मे पानी
निगाहें कह रही कहानी
जो मन से रूबरू होते है
उन्हीं के याद ने लूटा
सहारे हम तुम्हारे यूँ बहते है
किनारे हम तुम्हारे यूँ ठहरते है
कि काँधे पर तुम्हारा हाथ हर पल हो
तुम्हारा साथ हर पल हो
कि जो पलकों पे सँवरते हैं
उन्हीं हमयार ने लूटा
जो कुछ भी हम तुमसे है
मुकद्दर की जरूरत है
वफा इस चाह का जो है
यही हमजाँ हकीकत है
कि जिसने वक्त माँगा था
उन्हीं के इंतजार ने लूटा ...।।
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