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अब जागो अब जागो
कब तक तुम मौन रहोगे.....
एक हवा भयानक बह रही
साँसों से रग रग मे थम रही
कण कण मे उसके जहर भरा
हम सबका जलता दीप बुझा
मत ऐसा संसार बनाओ ।
अब जागो अब जागो ....
तोड़ तोड़ के पत्थर वह
सींच रहा अर्थ हमारा
बड़े निरंकुश अपने ही है
कहते है यह कर्म तुम्हारा
मत ऐसे एहसास मिटाओ।
अब
कब तक तुम मौन रहोगे.....
एक हवा भयानक बह रही
साँसों से रग रग मे थम रही
कण कण मे उसके जहर भरा
हम सबका जलता दीप बुझा
मत ऐसा संसार बनाओ ।
अब जागो अब जागो ....
तोड़ तोड़ के पत्थर वह
सींच रहा अर्थ हमारा
बड़े निरंकुश अपने ही है
कहते है यह कर्म तुम्हारा
मत ऐसे एहसास मिटाओ।
अब
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