
Share0 Bookmarks 27 Reads1 Likes
खुले लहराते बालों में नखराली सी लगती हो
कर्णो की कर्णपालियो से पद्मिनी सी लगती हो
जब भी निहारने सा लगता हूँ मैं तेरी तस्वीर को
हर बार मुझे तो प्रेम की दीवाली सी लगती हो
कर्णो की कर्णपालियो से पद्मिनी सी लगती हो
जब भी निहारने सा लगता हूँ मैं तेरी तस्वीर को
हर बार मुझे तो प्रेम की दीवाली सी लगती हो
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments