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संभाले है कई आपने कई के घर को जाना है,
तेरी महफिल तेरा आना कही रूठा जमाना है।
तेरी खुशियां मेरी महफिल दिलों ने कुछ तो जाना है,
तेरा जाना मेरा होना बेबस इक जमाना है।
बहुत कुछ सुन नहीं सकता बहुत कुछ कह नहीं सकता,
तेरे शहर में जाना है जहां
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