बेशक's image
Share1 Bookmarks 47804 Reads10 Likes

मोहब्बत की दुनिया बसाने की सोचो,

दिल- ए महबूब में घर बनाने की सोचो

मगर सोच लो इक जुदाई भी होगी,

इसलिए पहले जालिम जमाने की सोचो


इस कदर तुमको खुद को बदलना पड़ेगा,

दर्द-ओ गम में भी तुम मुस्कराने की सोचो


No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts