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तुम्हारे इंतजार में

Kartik VermaKartik Verma April 15, 2023
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खड़ा हूं मैं, अकेला या किसी कतार में

बस करो आ भी जाओ

बैठा हूं तुम्हारे इंतजार में ।


अच्छा है जिंदगी में उलझ जाना तुम्हारा

उलझ जाता है जिंदगी हमारा, देखकर तुम्हारा

गुजर रहा है दिन इसे सुलझाने के कयास में, प्रयास में

बस करो अब आ भी जाओ

जिंदगी कट रही है तुम्हारे इंतजार में ।


लिखता नहीं हूं मैं, कलम चलता जाता है

पैदा हुआ एक बार तन तो ढलता जाता है

सही वक्त यही है इस पड़ाव में

कुछ तो बोलो, मैं ध्यान दे रहा हूं

तुम्हारे जवाब के इंतजार में ।


छोड़ो अब जाने दो

देर हो गया अब प्यार के इजहार में

तड़प तड़प कर मर गया

आदमी तुम्हारे इंतजार में ।

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