और क्या!'s image
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पास बैठो, मुस्कुराओ और क्या,
चाहता है दिल, यही सब और क्या।

और क्या तुझसे कहें, इसके सिवा,
तुम मिलोगे मुझसे, फिर कब और क्या।

इश्क़ में मज़हब, कहां से आ गया,
इश्क़ तो ख़ुद ही है, मज़हब और क्या।

भूख की खातिर, तमाशा बन के ख़ुद,
वो नटी करती थी, करतब और क्या।<

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