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पहली बार देखा तुझे
एक सपना सा लगा था।
काई सालो में मुझे कोई अपना सा लगा था।
सोचा ना था दिल दे बैठुंगा किसी को
शायद इसी वजह से
मुझे वो एक सपना सा लगा था।
मुझे मालूम न था दिल लगाना किसको कहते हैं। जब लगा बैठा तो जाना कि लोग
इस हलके मीठे दर्द को कैसे सहते है।
वो तीन लब्ज़ तो जुबान पर हरदम रहते है… ..2
पर तू दूर न हो जाए मुझसे उन्हे कहने पर
वो लब्ज अंदर ही रहते है।
तेरी मेरी जिंदगी अलग अलग मोड पर चलना चाहत
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