सत्य की खोज - कामिनी मोहन।'s image
Poetry1 min read

सत्य की खोज - कामिनी मोहन।

Kamini MohanKamini Mohan May 17, 2022
Share0 Bookmarks 41 Reads1 Likes
"सत्य की खोज"

सत्य की खोज में निकला मन,
विश्वास का करता संयोजन।

उथल पुथल का है कोहराम,
सत्यान्वेशी का संग्राम।

जब अत्यन्त विकट घेरे हो क्लांत,
तब अस्तित्व निकट मिटता हर भ्रान्त।

मरु संवेदन निर्विकार है,
हर मन का यही आधार है।

प्रकृति सत्य-ईश्वर सत्य जीवन आधार है,
है भी सत्य न है भी सत्य का रहता विचार है।

- © कामिनी मोहन पाण्डेय।

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts