
Share0 Bookmarks 298 Reads1 Likes
कोरे काग़ज़ पर लिखना-मिटाना
खेल-तमाशा है।
मंज़िल की जुस्तुजू में हांफते जाना
खेल तमाशा है।
ग़मों के आँसू पीकर मुस्कुराना
खेल तमाशा है।
मुसाफ़िर है सब दुनिया सराय
समझे बग़ैर ठहर जाना
खेल तमाशा है।
खेल-तमाशा है।
मंज़िल की जुस्तुजू में हांफते जाना
खेल तमाशा है।
ग़मों के आँसू पीकर मुस्कुराना
खेल तमाशा है।
मुसाफ़िर है सब दुनिया सराय
समझे बग़ैर ठहर जाना
खेल तमाशा है।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments