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आगे जो बदलने वाला है,
और जो धीरे-धीरे बदल गया है।
हर कारण, हर आशा को,
पूरा जीवन परखता गया है।
सपने जो मैंने देखे,
भविष्य ने उसे क़ैद किया।
संरेखित वास्तविकता में,
संरेखण का अनुभव किया।
दुख-ताप की शोकसंतप्
और जो धीरे-धीरे बदल गया है।
हर कारण, हर आशा को,
पूरा जीवन परखता गया है।
सपने जो मैंने देखे,
भविष्य ने उसे क़ैद किया।
संरेखित वास्तविकता में,
संरेखण का अनुभव किया।
दुख-ताप की शोकसंतप्
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