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सत्य-प्रेम की शक्ति क्षणिक न थी हम दोनों की
बेबसी लाचारगी एक-सी थी हम दोनों की
मजबूरी में हम इधर से उधर गए
देखते ही देखते जीवन गुज़र गए
एक छोटे से घरौंदे से विदा हो गए
अंतस् के दमकते फूल जुदा हो गए।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय
बेबसी लाचारगी एक-सी थी हम दोनों की
मजबूरी में हम इधर से उधर गए
देखते ही देखते जीवन गुज़र गए
एक छोटे से घरौंदे से विदा हो गए
अंतस् के दमकते फूल जुदा हो गए।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय
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