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दर्द की तस्वीर ज़ेहन में
अनुभव करते हैं।
सब रूपक स्पष्ट और अस्पष्ट के
बीच प्रतिबिंबित होते हैं।
एक दर्द अंदर और एक बाहर
प्रेम धार लिए उन्मुख रहते हैं।
अवधारणाओं का आंदोलन देखते हैं
शिलालेख पर उत्कीर्
अनुभव करते हैं।
सब रूपक स्पष्ट और अस्पष्ट के
बीच प्रतिबिंबित होते हैं।
एक दर्द अंदर और एक बाहर
प्रेम धार लिए उन्मुख रहते हैं।
अवधारणाओं का आंदोलन देखते हैं
शिलालेख पर उत्कीर्
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