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https://youtu.be/7_05UrE7Y0k
यह कविता आज की इस मुश्किल घड़ी में प्रेरणा का एक स्त्रोत बनकर सामने आई है। आज के इस प्रतिस्पर्धात्मक जीवन में मनुष्य इतना खो गया है कि वह अपने आप को एवं अपने जीवन के मकसद को ही भूल गया है। आप स्वयं, अपने बच्चों को और अपने जानकारों को यह कविता पूरी जरूर सुनाए। ल
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