इक गीत's image
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सोचते हैं कुछ कर के चलें,
कुछ लिख के चलें कुछ पढ़ के चलें।

ये इश्क मोहब्बत हुए पुराने,
इक गीत नया सा गढ़ के चलें।

साहिल पर चल-चल थक से गये,
अब तूफानों से लड़ के चलें।

इस लीक पे चल के कुछ ना

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