शब्द तुम्हारे कुछ कुछ इशारे करती हैं।'s image
Poetry1 min read

शब्द तुम्हारे कुछ कुछ इशारे करती हैं।

Pragati JunejaPragati Juneja December 13, 2022
Share0 Bookmarks 44143 Reads1 Likes
क्या था उस खत में; जो नहीं था पढ़ा, मैंने अब तक
शब्द तुम्हारे कुछ कुछ इशारे करती हैं
ये प्यार बहुत खास है या फिर खास बस एक तू है

हो सके तो ज़रा

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts