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आज उसके लिए कुछ लिखने को जी चाहता है
उसकी अहमियत है क्या जताना चाहता हैं
दीवार बना वो खड़ा रहे कोई जब भी मुसीबत आई है
उसने हर उलझन को सुलझाई हैं
चाहे ज़ुबां पर हो बोल कड़वे, दिल में होता है प्यार बहुत
ना जाने बिन कहे मन की बात जान लेता है वो
जो र
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