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Why do I writePoetry1 min read

खामोशी हैं चारों ओर

Jitendra MeenaJitendra Meena November 12, 2021
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खामोशी है चारों ओर
खामोश हूँ मै भी 

सब कुछ होता देख 
शान्त हूँ मै भी 

खामोशी है अनजानी सी
खामोशी है तूफानी सी

देख रहा मै खामोशी को
करता एक तमाशा 

जैसे ! कर लिया हो खामोशी ने
बीड़ी सिगरेट का नशा 

टूटेगी खामोशी क्या होगा 
इस पल यही सोच रहा 

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