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सुन, तेरी मासूमियत आज
फ़िर क़ोई कमाल कर गयीं
पायल की झनक
दिल की बस्ती में नया बवाल कर गयीं,
और फिर मुस्कुराना भी ज़रूरी था क्
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सुन, तेरी मासूमियत आज
फ़िर क़ोई कमाल कर गयीं
पायल की झनक
दिल की बस्ती में नया बवाल कर गयीं,
और फिर मुस्कुराना भी ज़रूरी था क्
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