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मतलबी रिश्तों की दास्तान एक कड़वा सच

JAGJIT SINGHJAGJIT SINGH March 21, 2022
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आज हमारे देश की किसी भी नदी का पानी नहीं रहा साफ़। 

क्यों की आज कल के कई लोगों के दिलों में भर गया बहुत पाप।


आज कल ज्यादातर लोग सिर्फ पैसों से रिश्ते चलाते।

जिसके पास पैसा नहीं उसे अपने घर तो छोड़ो उसे कभी सीधे ढंग से भी नहीं बुलाते।


वक़्त रहा नहीं सनी लोगों के पास इस लिऐ जब कोई ये दुनिया छोड़ के चला जाएं।

लोग उसे जल्दी से जल्दी जलाएं।


मैंने ऐसे लोग भी देखे है जो मरने वाले का अफसोस तक ना मनाते।

 मरने वाले की ज़मीन और पैसों से उसके खुद के बच्चे और रिश्तेदार अपनी नज़र ना हटाते।


आज कल के इंसान बटवारे को लेकर अपने खून के रिश्तेदारों से रूठ जाते।

सब कुछ हमें मिल जाएं इस सोच के साथ सालों पुराने रिश्ते यहां पल भर में टूट जाते।


मरने वाले इंसान की याद में एक साल बाद फिर उसकी याद में भगव

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