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के काश खुदा के घर का भी कोई डाकिया आता ।
हमारी मां का हमारे नाम कोई संदेश तो लाता ।
मां तेरी तरह कोई मुझे अब गले नहीं लगाता ।
मेरे दिल का हाल मां तेरी तरह कोई नहीं समझ पाता ।
कहना तो बहुत कुछ होता है मां लेकिन चाह के भी तेरे सनी से किसी से भी कुछ अब कहा नहीं जाता ।
प्रभु,नीलू दीदी और मेरी मां के आशिर्वाद के बिना सनी से एक शब्द तक लिखा नहीं जाता ✍️
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