
नये साल में चलो कुछ नया करते है ।
सबको मिले खुशियां आओ हम सब मिलके ये दुआ करते है।
किसी के लिये भी अपने दिल में नफ़रत ना लाओ।
रूठा हो जो कोई भी उसे भी प्यार से मनाओ।
क्यों रखे किसी के लिये अपने दिल में वैर।
आओ इस साल मांगे सबकी खैर।
ज़िन्दगी रोज़ घट रही है।
लेकिन लोगों के दिलों में नफ़रत किसी ना किसी बात को लेकर बढ़ रही है।
खाली हाथ आये थे खाली हाथ है जाना।
पैसों भले कम मिले ज़िन्दगी में प्यार जरूर कमाना।
ज़िंदा लोगों की हर कोई बात करता है ।
लेकिन आदमी कितना ही बड़ा ही क्यों ना हो उसके चले जाने के बाद ये ज़माना उसे भूल जाने का काम करता है।
नये साल पे मां नहीं है पास।
लेकिन वो आज भी ऊपर बैठी दुआएं दे रही है अपने नादान सनी को होता है मुझे कई बार ये एहसास।
कई साफ़ दिल वाले जब पोस्ट पढ़ते है वो कहते है सनी तू बड़ा किस्मत वाला है जो तेरे पास है प्रभु,और नीलू दीदी की दी हुई कलम क्योंकि ये कलम है सच मे बड़ी खास✍️
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