
युवराज सिंह का आज जन्मदिन आया।
मुझे तो याद भी नहीं अब प्रभु,नीलू दीदी ने अपने बेटे सनी से क्या क्या लिखवाया।
आज होगी उनकी बात।
युवराज सिंह की बल्लेबाज़ी किस किस को है याद।
गेंदबाज खाते थे इनसे खौफ।
चौके छक्के लगाते थे ये बिना रोक टोक।
महंगी गाड़ियों और पार्टी करने के रखते है युवराज सिंह आज भी शौंक।
साल 2007किस किसको है याद।
ऐक ही ओवर में की थी इन्होंने छक्कों की बरसात।
एंड्रयू फ्लिंटॉफ से हुई थी इनकी लड़ाई।
इतने गुस्से में आ गये थे युवराज सिंह ने की थी स्टूअर्ट ब्रॉड की खूब पिटाई।
गेंद कहा करवाऊं ये बात ब्रॉड को समझ ही नहीं आई।क्योंकि 6की 6गेंदे इन्होंने स्टैंड में पहुंचाई।
फिर सबसे बड़ा रोल इन्होंने साल 2011में निभाया।
जब अपनी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी के दम पे भारत को 28साल बाद वर्ल्ड कप दिलाया।
हालत बिगड़ी इनकी हॉस्पिटल इनको पहुंचाया।
जब टेस्ट किये तब रिपोर्ट में इनको कैंसर जैसी बीमारी होने का समाचार आया।
मां शबनम ने दिया बहुत साथ।
योगराज सिंह इनके पिता तो आये दिन देते है कई बेतुके बयान।
फिर ऐक मुश्किल दौर आया।
जब इनका बल्ला चल ना पाया।
कल तक जिन लोगों ने इनकी बल्लेबाज़ी पे तालियां थी बजाई ।
उन्होंने भी युवराज सिंह की बल्लेबाज़ी पे उंगलियां तक उठाई।
युवराज सिंह ने हेजल कीच के साथ अपना घर बसाया।
फिर कभी ये कमाल का बल्लेबाज़ टीम इंडिया में नज़र ना आया।
ऐक महान बल्लेबाज़ है युवराज सिंह इसलिए तो प्रभु नीलू दीदी,और मेरी मां ने इनके लिऐ अपने बेटे सनी से लिखवाया✍️
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