जन्मदिन आज मेरे जिगर के टुकड़े छोटे भाई मनी का आया है।
देखते है आज प्रभु,नीलू दीदी और मेरी मां ने मिलकर अपने बेटे सनी से क्या लिखवाया है।
इस बार जन्मदिन के दिन सुबह उठते ही मां तूने अपने मनी को अपने गले से नहीं लगाया।
याद है मां मुझे आज तुझे हमसे जुदा हुऐ 3महीने हुऐ पूरे।
तेरे बिना मां हम हमेशा रहेंगे अधूरे ।
मां कहती है सनी मेरे बेटे कलम पकड़ ले अपने हाथों में प्रभु और नीलू दीदी की दी हुई और अपने छोटे भाई मनी भाई के बारे में आज लिखकर दिखा दे।
जो सच है मेरे प्यारे बेटे मनी की ज़िन्दगी का वो एक एक बात सनी तू उसके बारे में बता दे ।
एक अच्छे बेटे होने का मनी भाई ने हर बार फर्ज़ निभाया है।
खुद की ज़िन्दगी कैसी चल रही है ये कभी भी हमारे मनी भाई ने किसी को नहीं बताया है।
जब भी किसी को जरूरत पड़ती है आधी रात को मनी भाई को फ़ोन मिला लेते।
मनी भाई कहते है कभी भी किसी को मेरी जरूरत पड़ सकती है इसलिए हमारे मनी भाई कभी भी अपने फोन को साइलेंट पे नहीं लगाते।
ठंड जितनी मर्ज़ी पड़ रही हो परवाह नहीं करते मनी भाई सोचने नहीं किसी की भी मदद करने चले जाते।
इस
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments