
फादर डे आज है आया ।
देखते है प्रभु,नीलू दीदी और मां ने मिलकर अपने बेटे सनी से क्या लिखवाया ।
पापा आपकी ज़िन्दगी की मैं कभी अकेला ना लिख पाऊंगा कहानी ।
आपकी ज़िन्दगी रही इतनी मुश्किल भरी जब जब आपने अपनी ज़िन्दगी की दास्तान सुनाई हम सब बच्चों की आंखों में अक्सर आ गया पानी ।
छोटी सी उम्र में आप काम करने लगे ।
क्योंकि आप घर के थे बेटे सबसे बड़े ।
जिस उम्र में बच्चे खेलने जाते थे ।
उस उम्र में पापा आप काम पे जाते थे ।
पापा आज भी काम पे जाने को रहते हो आप हमेशा त्यार ।
अपने दोस्त को करते थे आप हद से ज्यादा प्यार ।
इसलिए तो आज भी अक्सर आती है आपको अपने दोस्त की बहुत याद ।
पापा मां के जाने के बाद आपके मुंह से आज तक (मेरे दोस्त )नाम वाला वो हम सबने शब्द फिर कभी ना सुना ।
सब थे आपके खिलाफ़ लेकिन पापा आपने शादी के लिये मां को ही था चुना ।
पापा आप हर रोज़ मां को दिन में ना जाने कितने फ़ोन करते थे ।
अपने दोस्त को आप हद से ज्यादा प्यार और उनकी हद से ज्यादा फिक्र करते थे ।
पापा मुझे पता है पिछले साल आपका दोस्त आज के दिन आपके साथ था ।
बड़ा मनहूस वो 22अक्टूबर का दिन था ।
जब आपकी शादी हुई थी पापा मां के साथ आपने तो अपने दोस्त( मां )को उस वक्त लाल जोड़े में देखा ।
लेकिन जब पापा मां ने हम सब को और इस दुनियां को अलविदा कहा आपने उस वक्त मां का चेहरा ना देखा ।
कांपते हाथों से पापा आपके बिना हमने मां का संस्कार किया ।
पापा आपने हम सबको आज तक बहुत कुछ दिया ।
लोग आपसे झूठ बोलते है आज भी कई बातों को लेकर फिर भी आपका इतना साफ़ दिल है पापा आपने उनकी झूठी बातों का यकीन अक्सर लिया ।
पापा आप और मां हमेशा रहोगे इस घर की शान ।
सच में पापा आप और मां सच में बड़े हो महान ।
100जन्म तो क्या 1000जन्म भी ले लूं पापा मैं आपके जैसा कभी नहीं बन पाऊंगा ।
प्रभु,नीलू दीदी और मां आप मिलकर लिखवाते हो
मैं अकेला कभी कुछ ना लिख पाऊंगा ✍️
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